वीर बाल दिवस: साहिबजादों की अद्वितीय वीरता को नमन
26 दिसंबर को मनाया जाने वाला 'वीर बाल दिवस' साहिबजादों—गुरु गोबिंद सिंह जी के चार पुत्रों—की महान वीरता और बलिदान को समर्पित है। इस दिन को साहिबजादों के अद्वितीय साहस, अपने धर्म और मूल्यों के प्रति अडिगता को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीर बाल दिवस के अवसर पर साहिबजादों की बहादुरी और बलिदान को याद करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा:
"आज वीर बाल दिवस पर हम साहिबजादों की अद्वितीय बहादुरी और बलिदान को याद करते हैं। कम उम्र में ही वे अपने विश्वास और सिद्धांतों पर अडिग रहे और अपनी हिम्मत से पीढ़ियों को प्रेरित किया। उनका बलिदान वीरता और अपने मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता का एक शानदार उदाहरण है। हम माता गुजरी जी और श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की बहादुरी को भी याद करते हैं।"
वीर बाल दिवस समारोह
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित राष्ट्रव्यापी वीर बाल दिवस समारोह में भाग लिया और सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान का शुभारंभ किया।
सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान का उद्देश्य:
- पोषण संबंधी सेवाओं को मजबूत करना।
- सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देना।
- पोषण परिणामों और सामुदायिक कल्याण में सुधार करना।
गतिविधियां और पहल
इस दिन को खास बनाने और युवाओं को प्रेरित करने के लिए देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए:
- ऑनलाइन प्रतियोगिताएं:
- माईगव (MyGov) और माईभारत (MyBharat) पोर्टल्स पर इंटरैक्टिव क्विज और अन्य प्रतियोगिताएं।
- शैक्षिक गतिविधियां:
- स्कूलों, बाल देखभाल संस्थानों और आंगनवाड़ी केंद्रों में कहानी सुनाना, रचनात्मक लेखन, और पोस्टर बनाने जैसी गतिविधियां।
- राष्ट्रीय बाल पुरस्कार:
- कार्यक्रम में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (PMRBP) के विजेता भी उपस्थित रहे।
साहिबजादों का बलिदान
साहिबजादों, बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह, ने 1704 में बहुत कम उम्र में अपने धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उन्हें सरहिंद में दीवार में जिंदा चुनवा दिया गया, लेकिन उन्होंने अपने विश्वास और सिद्धांतों से समझौता नहीं किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 जनवरी 2022 को घोषणा की थी कि 26 दिसंबर को साहिबजादों के साहस और न्याय के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को श्रद्धांजलि देने के लिए 'वीर बाल दिवस' के रूप में मनाया जाएगा।
इस दिन का उद्देश्य बच्चों और युवाओं को साहिबजादों की वीरता, बलिदान, और सच्चाई के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देना है।